
क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर को ही ठगने की कोशिश।
महाराष्ट्र/नागपुर शहर की अपराध शाखा ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है जो एप्पल आईफोन की नकली एक्सेसरीज़ को सस्ते दामों में बेचता था। इस गिरोह की धोखेबाजी का तब पता चला जब उन्होंने क्राइम ब्रांच के एक पुलिस इंस्पेक्टर को ही नकली माल बेचने की कोशिश की।
घटना का विवरण:-
आरोपी जेमुद्दीन सैफी,नईम नूर मोहम्मद खान मलिक और मोहसिन अहमद मलिक नागपुर शहर क्राइम ब्रांच यूनिट 5 के प्रमुख इंस्पेक्टर संदीप बुवा के पास गए और उन्हें आईफोन की एक्सेसरीज़ के बारे में बताया। इतनी बड़ी कंपनी की एक्सेसरीज़ को इस तरह से बेचने पर पुलिस अधिकारी को संदेह हुआ। उन्होंने गहराई से जांच की और पाया कि ये एक्सेसरीज़ नकली थीं।
गिरोह का तरीका:-
आरोपी दिल्ली के करोलबाग से आईफोन की नकली एक्सेसरीज़ लाते थे और उन्हें नागपुर में सस्ते दामों पर बेचते थे। वे नकली एक्सेसरीज़ को असली बताकर लोगों को ठगते थे। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से इस तरह की धोखाधड़ी कर रहा था।
पुलिस की कार्रवाई:-
जांच के बाद, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से बड़ी मात्रा में नकली आईफोन एक्सेसरीज़ जब्त की गई हैं। पुलिस ने बताया कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।
जांच के मुख्य बिंदु।
स्रोत:- पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों को नकली एक्सेसरीज़ कहां से मिलती थीं।
नेटवर्क:- पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है और वे किन-किन शहरों में नकली एक्सेसरीज़ बेचते थे।
ग्राहक:- पुलिस उन ग्राहकों की भी पहचान करने की कोशिश कर रही है जिन्होंने इस गिरोह से नकली एक्सेसरीज़ खरीदी थीं।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सस्ते दामों पर मिलने वाली आईफोन एक्सेसरीज़ से सावधान रहें और केवल अधिकृत विक्रेताओं से ही एक्सेसरीज़ खरीदें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को भी नकली एक्सेसरीज़ बेचने वाले किसी व्यक्ति या गिरोह के बारे में जानकारी है,तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस घटना ने नकली उत्पादों के खतरे को उजागर किया है और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया है। पुलिस इस मामले की जांच जारी रखेगी और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाएगी।
संवाददाता नागपुर









