अपराधझारखण्ड

सांप्रदायिक तनाव भड़काने की साजिश नाकाम,भाजपा नेता गिरफ्तार।

उत्तर प्रदेश/सहारनपुर में एक बड़ी सांप्रदायिक घटना को टाल दिया गया, जब पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय नेता और हिंदू संगठन ‘हिंदू योद्धा परिवार’ के संस्थापक चौधरी विश सिंह कांबोज को गिरफ्तार किया। कांबोज पर गाय के कटे हुए सिरों को रखकर राजमार्ग को अवरुद्ध करने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप है।

घटना का विवरण।

चौधरी विश सिंह कांबोज ने गाय के चार कटे हुए सिरों (कंकालों) को दिल्ली-यमुनोत्री राजमार्ग पर रखकर जाम लगा दिया था। इस घटना से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव फैल गया और हिंदू-मुस्लिम दंगे की आशंका बढ़ गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।

पुलिस की कार्रवाई।

इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने पाया कि कंकाल काफी पुराने थे, जिससे संदेह पैदा हुआ। प्रदर्शन के बाद,पुलिस ने कांबोज को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि कांबोज का यह एक धंधा था, जिसके तहत वह लोगों को फंसाने और सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए पैसे लेता था।

साजिश का पर्दाफाश।

जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कांबोज ने इस बार भी 50,000 रुपये लेकर एक मुस्लिम युवक को फंसाने और हिंदू-मुस्लिम दंगा कराने की साजिश रची थी। इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने कांबोज के पिछले प्रदर्शनों की भी जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने कितने प्रदर्शन पैसे लेकर किए हैं।

कांबोज की गिरफ्तारी और स्वीकारोक्ति।

सहारनपुर पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर बताया कि चौधरी विश सिंह कांबोज ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा,”हां, मैं यह जानता हूं कि मेरे द्वारा किए गए कार्य से बहुत बड़ा हिंदू-मुस्लिम दंगा भड़क सकता था और पुलिस को भी काफी नुकसान होता, यह मेरी गलती है।”

कानूनी कार्रवाई।

कांबोज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस साजिश में और कौन-कौन लोग शामिल थे।

क्षेत्र में शांति।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में शांति बनी हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।

प्रशासन की सतर्कता।

यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है, जो भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहेगा। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

जनता की प्रतिक्रिया।

इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग कांबोज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है, जिसने एक बड़ी सांप्रदायिक घटना को टाल दिया।

आगे की जांच।

पुलिस कांबोज के पिछले रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने पहले भी ऐसी गतिविधियों में भाग लिया है या नहीं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या कांबोज किसी बड़े गिरोह का हिस्सा है जो सांप्रदायिक तनाव भड़काने का काम करता है।

सामाजिक प्रतिक्रिया।

इस घटना ने समाज में सांप्रदायिक सद्भाव के महत्व को फिर से उजागर किया है। विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।

मीडिया की भूमिका।

मीडिया ने इस घटना को प्रमुखता से उठाया है और जनता को सही जानकारी प्रदान की है। मीडिया ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की भी सराहना की है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
संवाददाता सहारनपुर

Delhi Crime News


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